आँखों को खोलकर समझदारी का रास्ता चुने
आँखों को खोलकर समझदारी का रास्ता चुने
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ज़िन्दगी एक जंगल है, और हर कोई अपनी बारी में जानवर बन जाता है। कई लोग अपनी नाजुकता का इस्तेमाल करते हैं, दूसरे धूर्त होकर चलते हैं। परंतु हमें भोलापन ना करके कौशल से काम लेना चाहिए
सावधान रहें | बेवकूफ़ न बनें
ज्ञान प्राप्त करना आपका अधिकार है। हर चीज में ध्यान रखना जरूरी है। विश्वसनीय स्रोतों का चुनाव करें
- निरंतर सीखते रहें
- डिजिटल साक्षरता प्राप्त करें
- स्वतंत्र रूप से निर्णय लें
जीवन जीना सीखें
यह तो एक सत्य है कि यह दुनिया बहुत ही है। इस जगह पर हमें नये अनुभव होते हैं और यह सब हमारे लिए मज़ेदार है। लेकिन यह भी ज़रूरी है कि हम यह ज्ञान प्राप्त करें की मार्गदर्शन से जो हमें खुशियों तक पहुँचाता है .
धूर्तता नहीं, समझदारी चाहिए.
जीवन में सफलता पाने के लिए ऊर्जा की ज़रूरत होती है। परंतु सबसे ज़रूरी है ज्ञान । भोलापन नहीं, समझदारी चाहिए धूर्त होना कभी भी सही नहीं होता। आपको
व्यवहार में सदा ईमानदारी का पालन करना चाहिए। यह बात याद रखना बेहद ज़रूरी है कि धोखा से जीत नहीं मिलती, बल्कि सहयोग से ही आप सच्ची खुशी और प्रगति पा सकते हैं।
नम्रता और बुद्धि की समृद्धि
एक सच्ची जीत में नम्रता और समझदारी का एक अद्भुत सामंजस्य देखा जाता है। नम्रता हमें दूसरों को प्रतिष्ठित करने में मदद करती है, जबकि समझदारी हमें सही निर्णय लेने में मार्गदर्शन देती है। यह सामंजस्य जीवन के हर क्षेत्र में सुख-शांति लाता है। एक नम्र व्यक्ति हमेशा विकासशील होता है, जबकि एक समझदार व्यक्ति अपने कार्यों का तार्किक विश्लेषण करता है।
- यह भाईचारे को बढ़ावा देता है।
- यह संघर्षों को नियंत्रित करता है।
- यह हमें अच्छे निर्णय लेने में सहायक होता है।
नम्रता और समझदारी का सामंजस्य जीवन की विशिष्टता को दर्शाता है।
भोलापन छोड़ें , चतुराई का उपयोग करें .
यह दुनिया एक जगह है, जहां हर कोई आपसे सीखने को तैयार नहीं होता। अक्सर लोग आपका फायदा उठाते हैं, इसलिए आपको समझदारी दिखानी होगी ।
अपनी राय बनाएँ और हर काम में पहले विचार करें । एक समझदार व्यक्ति हमेशा चीजों को समझता है और उचित फैसला लेता है।
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